अर्थव्यवस्था के खनन सेक्टर में काम करने वाले मज़दूरों के हालात बेहद ही ख़राब हैं।
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मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में धीमी रफ्तार, इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की रुकी हुई परियोजनाएं, खनन सेक्टर की सुस्ती, बिजली उत्पादकों के सामने कोयले के संकट से लेकर महंगाई की दर को काबू करने में नाकामी जैसी कुछ विफलताएं ऐसी हैं, जिनसे विदेशी निवेशकों को भारतीय बाजार ज्यादा आकर्षक नहीं दिखता।